Freelance Falcon ~ Weird Jhola-Chhap thing ~ ज़हन

Wednesday, January 27, 2021

दिल्ली बड़ी दूर है, किसान भाई! #ज़हन


वह भागने की कोशिश करे कबसे,
कभी ज़माने से तो कभी खुद से...
कोई उसे अकेला नहीं छोड़ता,
रोज़ वह मन को गिरवी रख...अपना तन तोड़ता।

उसे अपने हक़ पर बड़ा शक,
जिसे कुचलने को रचते 'बड़े' लोग कई नाटक!
दुनिया की धूल में उसका तन थका,
वह रोना कबका भूल चुका।

सीमा से बाहर वाली दुनिया से अनजान,
कब पक कर तैयार होगा रे तेरा धान?
उम्मीदों के सहारे सच्चाई से मत हट,
देखो तो...इंसानी शरीर का रोबोट भी करने लगा खट-पट!

अब तुझे भीड़ मिली या तू भीड़ को मिल गया,
देख तेरा एक चेहरा कितने चेहरों पर सिल गया।
यह आएगा...वह जाएगा,
तेरे खून से समाज सींचा गया है...आगे क्या बदल जाएगा?

तेरे ज़मीन के टुकड़े ने टेलीग्राम भेजा है,
इस साल अच्छी फसल का अंदेशा है।
देख जलते शहर में लगे पोस्टर कई,
खुश हो जा...इनमें तेरी पहचान कहीं घुल गई।
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Sunday, January 10, 2021

काव्य कॉमिक्स और फ्रीलेंस टैलेंट्स कॉमिक्स का सफर #ज़हन

 नमस्ते! 2009-2010 में मैंने मिशन बनाया कि सभी सक्रीय (खासकर शुरुआत कर रहे) कलाकारों के साथ कॉमिक्स बनाईं जानी चाहिए। तबसे 2018 तक कम पैनल वाली 4 पेज से लेकर 22 पेज की कई शार्ट कॉमिक्स बनाई। इनमें मैंने हुसैन ज़ामिन, तदम ग्यादू समेत बहुत से कलाकारों के साथ काम किया चाहे उन्होंने पेंसिल, कलरिंग या शब्दांकन किया। कॉमिक्स की 2 श्रेणियां थी, सामान्य थीम पर किसी कहानी वाली कॉमिक और काव्य कॉमिक (इनमें कविता की लाइन के अनुसार दृश्य लगाए जाते थे)। उनमें से कुछ कॉमिक्स के कवर पोस्ट के साथ लगा रहा हूं।

पता नहीं उस समय थर्ड पार्टी से काम "दिखाने" की क्या भूख थी कि सारा काम करके कुछ प्रकाशकों को दे देते थे कि "आप अपने सोशल मीडिया पर अपने लोगो के साथ छाप दो", कभी उसपर खुद ही 1 रुपये तक की बात नहीं हुई जो मेरी ही गलती है, हम बस इसमें खुश हो जाते थे कि प्रकाशक के पेज पर अपना काम आया मुझे खुद अपनी प्रोफ़ाइल या पेज पर नहीं डालना पड़ा। कुछ साल बाद यह काम अपनी ही प्रोफ़ाइल और कई साइटों पर काम पोस्ट करने लगा। तब एक छात्र या नए निजी नौकरीपेशा के तौर पर कलाकारों को पैसे देना और काम मैनेज करना आप समझ ही सकते हैं इसलिए ज़्यादा पेज या पैनल नहीं हो पाते थे। अब ये सभी कॉमिक्स इंटरनेट पर कई साइटों पर उपलब्ध हैं। जैसे कि ReadwhereScribd आदि

जब लगा कि इतने कलाकारों के साथ काम करना मुश्किल है, तो 3 राउंड वाली फ्रीलांस टैलेंट्स चैंपियनशिप 2015-16 में लेखकों-कलाकारों की जोड़ी रखी जिसके तहत 54 क्रिएटिव ने भाग लिया। इस दौरान कुछ काम फिक्शन कॉमिक्स, राज कॉमिक्स के सौजन्य से प्रकाशित हो गए। उन कलाकारों को भी अपनी सूची में शामिल कर लिया। फिर घर-परिवार में ये बातें प्राथमिकता से भूली-बिसरी बन गईं। आखिर में कॉमिक्स कम्युनिटी में सक्रीय कुछ कलाकारों के साथ कोई कॉमिक न बना पाने का मलाल रहा। इनमें शामिल हैं - Uttam Chand, Navneet Singh, Vipin Negi, Aditya Kishore, Ravi Biruly, Anshu Dhusia, Saket Kumar, Sumit Sinha, Rudraksh आदि। आशा है आगे कभी किसी प्रोजेक्ट में आप लोगों के साथ काम करने का मौका मिलेगा। ❤

नए साल की शुभकामनाएं!