मार्च में पॉकेट एफएम में शामिल हुआ और आते ही कुछ शोज़ की ज़िम्मेदारी मिली। जहाँ प्रतिभावान लेखक, वॉइस ओवर कलाकार मौजूद थे। इनमें सबसे ज़्यादा चुनौतीपूर्ण शो था 'चाणक्य'...लेखक श्री पंकज चांदपुरी और पूर्व संपादक श्री पंकज कांडपाल की मेहनत की सराहना करनी होगी। इसका कुछ अन्य भाषाओं जैसे तेलुगू, कन्नड़ आदि में भी अनुवाद शुरू हुआ। अच्छी रेटिंग और श्रोताओं की संख्या के कारण कम समय में ही शो को सोशल मीडिया और ऐसे लिस्टिकल में जगह मिलने लगी है। अपना प्यार बनाए रखें!
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