Mohit Trendster | मोहित शर्मा ज़हन Official Blog
ना जाने कैसे इस किताब पर मेरी पोस्ट रह गई। चलिए तब नहीं, तो अब सही...
विनोद दूबे जी ने कुछ बेहतरीन रचनाएं पिरोई हैं। मेरा सौभाग्य रहा कि इन्हें आम जन से पहले मैंने पढ़ा और "वीकेंड वाली कविता" से जुड़ा।
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