Real Men are not eve teasers!
उसने तुम्हे रास्ते मे नही रोका,
अपनी आंखों को नही सेका.
घूर कर तुम्हे नही देखा.
उसने सही अपनी बेईज्ज़ती,
सुनी तुम्हारी ना जाने कितनी ही फब्ती.
उसने नज़रो को हमेशा ज़मीन पर टिकाया,
सर तक को दुप्पटे से छुपाया.....और अगर नही भी छुपाया,
तुमने उसे हाथ क्यों लगाया?
उसे लड़की होने का सलीका पसंद है,
वो तुम्हारे लिए नही सजती.
वो कैसी दिखती या लगती है...वो ख़ुद अच्छे से है जानती,
उसने अपने बारे मे तुमसे राय नही मांगी.
तुम्हारे भी अपने होंगे,
अपनी ज़िम्मेदारी संभालो.
नुक्कड़, गलियां.....मत बिगाडो...
उस लड़की को जाने दो.
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